अधिवक्ता संघ उतरौला ने संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया
बलरामपुर जिला संवाददाता: आशीष कसौधन

उतरौला/बलरामपुर। उतरौला अधिवक्ता संघ ने प्रस्तावित संशोधन बिल के खिलाफ कड़ा विरोध जताते हुए बुधवार को तहसील के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने ‘काले कानून’ को वापस लेने की मांग करते हुए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। अधिवक्ताओं की कलमबंद हड़ताल के चलते न्यायालय में बैनामे का पंजीकरण और अन्य कार्य पूरी तरह प्रभावित रहे, जिससे फरियादियों को मायूस होकर लौटना पड़ा। अध्यक्ष अखिलेश सिंह के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर से शांतिपूर्ण जुलूस निकाला और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार वकीलों को ‘काले कानून’ के माध्यम से गुलाम बनाने की कोशिश कर रही है, जो अस्वीकार्य है। पूर्व अध्यक्ष मार्कण्डेय मिश्र ने सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए इस कानून को वापस लेने की मांग की। अधिवक्ता अतुल यादव ने कहा कि जब तक यह कानून वापस नहीं लिया जाता, संघर्ष जारी रहेगा। इस विरोध प्रदर्शन में विनीश गुप्त, संदीप गुप्त, मुस्तफा हुसैन, निजामुद्दीन अंसारी, जितेंद्र चौधरी, नसीम अहमद, प्रवीन कुमार, आलोक कुमार, अब्दुल मोईद सिद्दीकी, राम चन्दर जायसवाल, और अन्य कई अधिवक्ता मौजूद रहे।